शब्द:- वह ध्वनि (या ध्वनियों का समूह) है, जो किसी अर्थ को प्रकट करता है और जिसे बोलकर या लिखकर हम अपने भाव, विचार, या जानकारी को दूसरों तक पहुंचाते हैं। उसे शब्द कहते हैं।व्याकरण की दृष्टि से, शब्द भाषा की सबसे छोटी अर्थपूर्ण इकाई (Meaningful Unit) है।
"शब्द विचार" व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो यह बताता है कि किसी शब्द का स्वरूप, वर्ग और कार्य क्या है। इसे व्याकरणिक विश्लेषण भी कहते हैं।
हिन्दी भाषा में वर्णों से मिलकर शब्द बनते हैं और सार्थक शब्दों से मिलकर वाक्य।वाक्यों के हर शब्द को पद कहते हैं।
हिन्दी में शब्दों को उनके स्वरूप और कार्य के आधार पर आठ मुख्य वर्गों में बाँटा गया है:
संज्ञा- (Noun):
व्यक्ति, स्थान, वस्तु या भाव का नाम।
जैसे: राम, पुस्तक, स्कूल, प्रेमसर्वनाम- (Pronoun):
जो संज्ञा के स्थान पर आता है।
जैसे: वह, ये, मैं, तुमक्रिया- (Verb):
जो कार्य बताता है।
जैसे: खाना, चलना, बोलनाविशेषण- (Adjective):
जो संज्ञा/सर्वनाम की विशेषता बताए।
जैसे: सुंदर, लाल, लंबाक्रिया विशेषण- (Adverb):
जो क्रिया, विशेषण या अन्य क्रिया विशेषण की विशेषता बताए।
जैसे: बहुत, जल्दी, धीरेसंबंधबोधक- (Preposition/Postposition):
जो किसी शब्द का दूसरे शब्द से संबंध बताए।
जैसे: के लिए, के साथ, मेंसंयोजक- (Conjunction):
जो दो शब्दों, वाक्यों या पदों को जोड़ता है।
जैसे: और, लेकिन, क्योंकि।विस्मयादिबोधक- (Interjection):
जो अचानक उत्पन्न भावों को प्रकट करता है।जैसे: अरे!, हाय!, वाह आदि
शब्दों का व्याकरणिक विश्लेषण:
- राम – संज्ञा (व्यक्ति का नाम)
- तेजी – भाववाचक संज्ञा (गति या तेजी को दर्शाता है)
- से – संबंधबोधक (जिसके माध्यम से कार्य हो रहा है)
- दौड़ – मुख्य क्रिया (मुख्य क्रियापद)
- रहा – सहायक क्रिया (क्रिया की निरंतरता बताता है)
- है – सहायक क्रिया (वर्तमान काल का संकेत देता है
पदों की संख्या:
6 पद
पदों की सूची:
- राम
- तेजी
- से
- दौड़
- रहा
- है।